आईपीएस का पद भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में एक उच्च सम्मानित पद है। भारतीय पुलिस सेवा भारतीय लोकतंत्र का सबसे बुनियादी आधार है। एक आईपीएस अधिकारी देश में जमीनी स्तर पर कानून और व्यवस्था स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
आईपीएस अधिकारी का क्या-क्या कार्य है
इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) में चयनित होने के बाद इन अधिकारियों का कार्य कानून-व्यवस्था को बनाए रखने की होती है। देश में कानून को सही तरीके से लागू कराने का काम आईपीएस अधिकारी ही करते हैं। इसके लिए आईपीएस अधिकारियों को कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होता है। IPS का प्राथमिक कर्तव्य यह सुनिश्चित करना है कि उनके अधिकार क्षेत्र में लोग सुरक्षित रहे और जिले में सारे अधिकारी कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करते रहे। इन्हें एसपी से लेकर डीआईजी, आईजी, डीजीपी के रूप में प्रमोशन मिलता है।
आईपीएस अफसर को कितनी सैलरी मिलती है
मौजूदा समय में शुरुआती तौर पर एक आईपीएस अफसर को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के अनुसार 56100 रुपये वेतन मिलता है। वहीं डीजीपी के पद पर पहुंचने पर उसको करीब 2 लाख 25 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता है
IPS अधिकारियों को किस पद पर कितनी salary मिलती है-
>डीएसपी (DSP)- इनको 56 हजार 100 रुपये सैलरी मिलती
है।
>एएसपी (ASP)- इनको 67 हजार 700 रुपये सैलरी मिलती है।
>एसपी (SP)- इस पद पर पहुंचने के बाद आईपीएस अधिकारी को 78 हजार 800 रुपये की सैलरी मिलती है।
>एएसपी (SSP)- इस पद पर अधिकारियों की सैलरी 1 लाख 18 हजार 500 रुपये हो जाती है।
>डीआईजी (DIG)- इन आईपीएस अधिकारी को 1 लाख 31 हजार 100 रुपये सैलरी मिलती है।
>आईजी (IG)- इनको 1 लाख 44 हजार 200 रुपये की मासिक सैलरी मिलती है।
>एडीजीपी (ADGP)- इस रैंक पर पहुंचने पर आईपीएस अधिकारियों को 2 लाख 5 हजार 400 रुपये सैलरी मिलती है।
>डीजीपी (DGP)- आईपीएस अधिकारियों में यह सबसे उंच पद है। इस पद पर तैनात अधिकारी को सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। इनका मासिक वेतन 2 लाख 25 हजार रुपये होता है।
IPS अफसरों को मिलने वाली अन्य सुविधाएं-
आईपीएस (IPS) अधिकारियों को हाई सैलरी मिलने के अलावा अलग-अलग पे-बैंड के आधार पर अन्य विशेष सुविधाएं भी मिलती हैं। एक IPS अधिकारी को शानदार घर और गाड़ी मिलती है। हालांकि घर का साइज और कार पोस्ट के आधार पर निर्धारित होता है। इसके अलावा अधिकारियों को पद के अनुसार हाउस हेल्पर, सुरक्षा गार्ड, ड्राइवर आदि भी दिए जाते हैं। इन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट के अलावा टेलीफोन और बिजली बिल का भी भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है। इन आईपीएस अधिकारियों को देश से बाहर पढ़ाई के लिए एजुकेशन लिव लेने की भी अनुमति है और जिसका खर्च सरकार द्वारा उठाया जाता है। आईपीएस अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद आजीवन पेंशन भी मिलती है।